Tuesday 20 June 2017

रोते रहे सारी रात


रोते रहे सारी रात कोई चुप कराने बाला ना मिला
तुमसे बात हो ऐसा कोई बहाना ना मिला

करते थे खुद ही दिन रात बात 
तब बहुत सताती थी तुझे मेरी याद
पता था बदल जाते है लोग पर हमने तुजे उनमे ना गिना

सिख जाऊंगा धिरे-धिरे तेरे बिना जीना
ना जाने क्यों बदले तुम जा कोई और मिल गया 
क्यों तूने मुझे षोड दिया

तुजे जब भी मेरी याद आएगी बहुत रुलाएगी 
भूलना चाहते हो मुझे
मेरे बिना कहि भी चैन ना आएगा तुझे

जी तो लोगे तुम मेरे बिना पर जीने का मजा ना आएगा
यह प्यार तेरे लिए उम्र भर सजा बन जाएगा

है अलबिदा तुजे 
जिसके भी साथ रहो वो हमेशा खुश रखे तुझे
मेरे प्यार कि बस इतनी कहानी है कुश गहरो ने रूलाया कुश अपनो की मेहरबानी है

  Writer by ʍk_մԹԹɑӀ

No comments:

Post a Comment