रोते रहे सारी रात कोई चुप कराने बाला ना मिला
तुमसे बात हो ऐसा कोई बहाना ना मिला
करते थे खुद ही दिन रात बात
तब बहुत सताती थी तुझे मेरी याद
पता था बदल जाते है लोग पर हमने तुजे उनमे ना गिना
सिख जाऊंगा धिरे-धिरे तेरे बिना जीना
ना जाने क्यों बदले तुम जा कोई और मिल गया
क्यों तूने मुझे षोड दिया
तुजे जब भी मेरी याद आएगी बहुत रुलाएगी
भूलना चाहते हो मुझे
मेरे बिना कहि भी चैन ना आएगा तुझे
जी तो लोगे तुम मेरे बिना पर जीने का मजा ना आएगा
यह प्यार तेरे लिए उम्र भर सजा बन जाएगा
है अलबिदा तुजे
जिसके भी साथ रहो वो हमेशा खुश रखे तुझे
मेरे प्यार कि बस इतनी कहानी है कुश गहरो ने रूलाया कुश अपनो की मेहरबानी है